Indian Air Force Day :भारतीय वायुसेना दिवस 2024 आज भारतीय वायुसेना अपनी 92वीं वर्षगांठ का उत्सव मना रही है। इस अवसर पर, रविवार को प्रयागराज में आयोजित वार्षिक वायुसेना दिवस परेड में, वायुसेना अपने नए ध्वज का अनावरण करेगी, जो इसके मूल्यों को और स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करेगा। यह परंपरा 73 वर्ष पूर्व भी देखी गई थी। भारतीय वायुसेना ने बताया है कि 8 अक्टूबर का दिन हमारे इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा। इस दिन वायुसेना प्रमुख नए ध्वज का अनावरण करेंगे।”
इस दिन देशभर में भव्य परेड और समारोहों का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर भारतीय वायुसेना के सदस्यों को उनके समर्पण और पेशेवरता के लिए सम्मानित किया जाता है।
Indian Air Force Day :92वां वायु सेना दिवस
Indian Air Force Day 8 अक्टूबर को चेन्नई में एक भव्य समारोह के माध्यम से अपना 92वां वायु सेना दिवस मनाने जा रही है, जिसमें भारत की वायु रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इस वर्ष की थीम ‘भारतीय वायुसेना: सक्षम, सशक्त और आत्मनिर्भर’ है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और आधुनिकीकरण के प्रति बल की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
समारोह के दौरान मरीना बीच पर एक अद्भुत फ्लाईपास्ट का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 64 विभिन्न श्रेणियों के विमान प्रदर्शित किए जाएंगे। यह भारत की वायु शक्ति और सैन्य तत्परता को उजागर करता है। प्रदर्शित होने वाले विमानों में Su-30, MiG-29, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट , लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर , चेतक, डकोटा और जगुआर शामिल हैं। इसके अलावा, नौसेना का पनडुब्बी रोधी युद्धक विमान P8I भी प्रदर्शित किया जाएगा, जबकि सेना का एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) Mk4 भी इस हवाई प्रदर्शन का हिस्सा होगा।
Indian Air Force Day की दक्षता
फ्लाईपास्ट में Indian Air Force Day की दक्षता और कौशल को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न प्रकार की संरचनाएं शामिल की जाएंगी। अधिकारियों का कहना है कि दर्शक एरोहेड, त्रिशूल और विक जैसी प्रसिद्ध संरचनाओं का अनुभव कर सकेंगे, जिसमें Su-30, MiG-29 और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान शामिल होंगे।
रुद्र फॉर्मेशन में एलसीएच और एएलएच एमके4 हेलीकॉप्टरों का प्रदर्शन किया जाएगा। नौसेना के पी8आई और डकोटा की भागीदारी से इसमें एक विंटेज अनुभव जुड़ जाएगा, जबकि भारतीय वायुसेना की सूर्य किरण और सारंग टीमों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले सिंक्रोनाइज्ड एरोबेटिक्स का प्रदर्शन अत्यंत आकर्षक होगा, जिसमें जटिल हवाई युद्धाभ्यास और कलाबाजियों का प्रदर्शन होगा, जो भारत के वायु योद्धाओं की क्षमताओं को दर्शाता है।
Indian Air Force Day समारोह
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इस दो घंटे के कार्यक्रम में हवाई अभ्यास और फ्लाईपास्ट के जरिए भारत की वायु शक्ति का प्रभावशाली प्रदर्शन किया जाएगा। रिहर्सल 4 अक्टूबर को होगी, जबकि विशेष फ्लाईपास्ट 6 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा। समापन समारोह 8 अक्टूबर को होगा, जो आधिकारिक वायुसेना दिवस समारोह का प्रतीक होगा।
इस दिन का महत्व भारतीय वायु सेना, जिसे Indian Air Force Day के नाम से भी जाना जाता है, की स्थापना 8 अक्टूबर, 1932 को ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा की गई थी। इसका पहला ऑपरेशनल स्क्वाड्रन 1 अप्रैल, 1933 को स्थापित हुआ, जिसमें छह आरएएफ-प्रशिक्षित अधिकारी और 19 वायु सैनिक शामिल थे। इस स्क्वाड्रन में “ए” फ्लाइट न्यूक्लियस के रूप में चार वेस्टलैंड वापिटी IIA सेना सहयोग बाइप्लेन शामिल थे।
जनवरी 1950 में भारत ने ब्रिटिश राष्ट्रमंडल के भीतर एक गणराज्य के रूप में अपनी पहचान बनाई और भारतीय वायु सेना ने अपने नाम से “रॉयल” उपसर्ग को हटा दिया।
भारतीय वायुसेना की स्थापना की स्मृति
वायुसेना दिवस परेड एक वार्षिक आयोजन है, जो भारतीय वायुसेना की स्थापना की स्मृति में मनाया जाता है। यह परेड वायुसेना की क्षमताओं और देश की सुरक्षा के प्रति उसकी निष्ठा को दर्शाती है।
इस वर्ष Indian Air Force Day दिवस का विषय ‘IAF – सीमाओं से परे वायुशक्ति’ है। यह विषय बल की उत्कृष्टता, नवाचार और राष्ट्र के आसमान के रक्षक के रूप में इसकी भूमिका के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आज संगम क्षेत्र में एक भव्य एयर शो का आयोजन किया जाएगा, जिसमें अत्याधुनिक चिनूक, चेतक, जगुआर, अपाचे और राफेल जैसे कई विमान अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगे।
2021 तक यह परेड पारंपरिक रूप से दिल्ली के निकट हिंडन एयरबेस पर होती थी, लेकिन उसके बाद इसे राष्ट्रीय राजधानी से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया। पिछले वर्ष इसे चंडीगढ़ में आयोजित किया गया था।
शानदार हवाई प्रदर्शन, परेड और अन्य समारोह
Indian Air Force Day पूरे देश में धूमधाम और गंभीरता के साथ मनाया जाता है। यह दिन उन वायु योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने का अवसर है जिन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने प्राणों की बलि दी। साथ ही, यह उन बहादुरों को सम्मानित करने का दिन है जो हमारे आसमान की सुरक्षा में लगे हुए हैं। इस अवसर पर शानदार हवाई प्रदर्शन, परेड और अन्य समारोह आयोजित किए जाते हैं।
हर वर्ष 8 अक्टूबर को Indian Air Force Day के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, भारतीय वायुसेना हिंडन एयरफोर्स बेस पर पुरुष और महिला वायु योद्धाओं द्वारा एक भव्य परेड का आयोजन करती है, जिसके बाद एक शानदार फ्लाईपास्ट होता है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न IAF प्रतिष्ठानों में विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। इस वर्ष की परेड प्रयागराज में आयोजित की जाएगी। मिग-21 अन्य लड़ाकू विमानों, परिवहन विमानों और हेलीकॉप्टरों के साथ एयर शो में शामिल होगा। हालांकि, यह संभवतः मिग-21 की वायुसेना दिवस पर अंतिम उपस्थिति होगी।
भारतीय वायु सेना दिवस 2024 के आयोजन की तैयारी
Indian Air Force Day 2024 के आयोजन की तैयारी करते समय, यह न केवल भारतीय वायु सेना की अद्वितीय उपलब्धियों पर विचार करने का समय है, बल्कि हमारे आसमान की रक्षा करने वाले साहसी पुरुषों और महिलाओं के प्रति अपनी सराहना और आभार व्यक्त करने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है।
- Indian Air Force Day दिवस के अवसर पर, चलिए हम आकाश के रक्षकों को उनके अदम्य साहस और निस्वार्थ सेवा के लिए सम्मानित करें। जय हिंद!
- हमारे आसमान की रक्षा करने वाले साहसी योद्धाओं को भारतीय वायु सेना दिवस की शुभकामनाएं। आपकी वीरता हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
- इस भारतीय वायु सेना दिवस पर, हम प्रार्थना करते हैं कि आसमान हमेशा शांतिपूर्ण रहे और हमारे वायु योद्धा नई ऊंचाइयों को छूते रहें।
- हमारे देश के असली नायकों को भारतीय वायुसेना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! आपका साहस और बलिदान हमें हर दिन प्रेरित करता है
- इस भारतीय वायुसेना दिवस पर, आइए उन वीरों को सम्मानित करें जो हमारे आसमान की सुरक्षा करते हैं। असली नायकों को सलाम!
- भारतीय वायुसेना दिवस हमारे वायु योद्धाओं की अदम्य भावना को दर्शाता है। उनका समर्पण हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगा।
यह दिवस गर्व और जोश के साथ मनाया जाएगा।
Indian Air Force Day 2024 का आयोजन अत्यधिक उत्साह और श्रद्धा के साथ किया जाएगा। यह दिवस पूरे देश के विभिन्न एयर स्टेशनों पर गर्व और जोश के साथ मनाया जाएगा। सैन्य परेड भी उसी कार्यक्रम और प्रोटोकॉल के अनुसार आयोजित की जाएगी, जैसा कि हर वर्ष होता है, और भारतीय वायुसेना के सर्वोच्च कमांडर भी इस अवसर पर विभिन्न तरीकों से योगदान देंगे।
रूसी मूल के प्रसिद्ध मिग-21 जेट विमानों की भारतीय वायुसेना दिवस परेड में यह अंतिम बार उपस्थिति होगी। भारतीय वायुसेना ने विमान के शेष तीन स्क्वाड्रनों को क्रमिक रूप से हटाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भारतीय वायुसेना दिवस के अवसर पर बताया कि 2025 से स्वदेशी रूप से विकसित तेजस मार्क 1ए विमानों को मिग-21 के स्थान पर लाया जाएगा।
Indian Air Force Day का आयोजन भारतीय वायु सेना की स्थापना का प्रतीक है, जिसे 8 अक्टूबर 1932 को औपचारिक रूप से स्थापित किया गया था। पहली एसी उड़ान 1 अप्रैल 1933 को हुई थी। इस दिन को भारतीय वायु सेना के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष रूप से मनाया जाता है। यह दिन पूरे देश में वायु सेना के ठिकानों पर एयर शो और परेड के माध्यम से मनाया जाता है, जिसमें भारतीय वायु सेना के कैडेट भाग लेते हैं।
Indian Air Force Day FAQ
भारतीय वायु सेना दिवस क्यों मनाया जाता है?
यह दिन Indian Air Force Day के गठन की स्मृति में मनाया जाता है। इसे 8 अक्टूबर, 1932 को आधिकारिक रूप से स्थापित किया गया था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इसकी पेशेवर दक्षता और उपलब्धियों को देखते हुए, मार्च 1945 में इस बल को “रॉयल” उपसर्ग से सम्मानित किया गया। इस प्रकार, यह रॉयल इंडियन एयर फोर्स बन गया।
भारतीय वायु सेना का आदर्श वाक्य क्या है?
Indian Air Force Day का आदर्श वाक्य “गौरव के साथ आकाश को छूना” भगवद गीता के ग्यारहवें अध्याय से लिया गया है, जो कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया गया उपदेश है।
भारतीय वायु सेना दिवस के संस्थापक कौन हैं?
सुभ्रतो मुखर्जी को भारतीय वायु सेना के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने क्रैनवेल में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, 1 अप्रैल 1933 को चार अन्य अधिकारियों के साथ पायलट के रूप में कार्यभार संभाला।
भारतीय वायु सेना के लोगो में कौन सा पक्षी दर्शाया गया है?
भारतीय वायु सेना का प्रतीक चिह्न शीर्ष पर राष्ट्रीय प्रतीक, अशोक शेर के साथ है, जिसके नीचे “सत्यमेव जयते” शब्द देव नागरी लिपि में लिखे गए हैं। अशोक शेर के नीचे एक हिमालयी गरुड़ है, जिसके पंख फैले हुए हैं, जो भारतीय वायु सेना की लड़ाकू क्षमताओं को दर्शाता है।